अपने महबूब को जी भर केर देखना , मन के सुकून से कम नहीं।
उन्हें बस आँखो से ही छु लेना, किसी इबादत से कम नहीं।
लोग हमसे पूछते हैं के इंतज़ार में क्या रखा है, हम कहते हैं के,
इंतज़ार के बाद उनकी एक झलक मिलना , किसी खुदा की रहमत से कम नहीं।
उन्हें बस आँखो से ही छु लेना, किसी इबादत से कम नहीं।
लोग हमसे पूछते हैं के इंतज़ार में क्या रखा है, हम कहते हैं के,
इंतज़ार के बाद उनकी एक झलक मिलना , किसी खुदा की रहमत से कम नहीं।
very nice ... good one ,, keep it up.
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